वक़्त बदलते देर नहीं सुविचार शायरी
वक़्त बदलते देर नहीं लगती इसलिए
कभी फूलो मत और अपनों को कभी भूलो मत ।
मशहूर हो मगरूर मत बनना;
साधारण हो कमजोर मत बनना;
वक़्त बदलते देर नहीं लगती;
शहंशाह फ़कीर और फ़कीर शहंशाह बनते देर नहीं लगती ।
वक़्त नूर को बेनूर बना देता है, वक़्त फ़कीर को हुज़ूर बना देता है…
वक़्त की कद्र कर ऐ बन्दे, वक़्त कोयले को कोहिनूर बना देता है…!!
समय हर समय को बदल देता है,
बस समय को थोड़ा समय चाहिए ।
हर कोई बदल जाता है वक़्त के साथ
और जो नहीं बदलता
उसका वक़्त बदल जाता है ।
बुरे वक्त में ही सबके असली रंग दिखते हैं,
दिन के उजाले में तो पानी भी चांदी लगता है ।
वक़्त बदलते देर नहीं सुविचार शायरी और पढ़ें – वक़्त सबको मिलता है
बीतता वक़्त है, लेकिन ख़र्च, हम हो जाते हैं।
वक़्त बदलते देर नहीं लगती,
ये सब कुछ भुला भी देता है
और सिखा भी देता है ।
वक़्त होता ही है बदलने के लिए
ठहरते तो बस लम्हें हैं ।
जो लिबासों को बदलने का शौक रखते थे
आखिरी वक़्त ये भी न कह पाए कफ़न ठीक नहीं ।
वक़्त भी लेता है करवटें कैसी कैसी
इतनी तो उम्र भी नहीं थी
जितने सबक सीख लिए हमने ।
एक वक़्त था जब हम सोचते थे कि
हमारा भी वक़्त आएगा और
एक ये वक्त है कि हम सोचते हैं कि
वो भी क्या वक्त था।
वक़्त सबका बदलता है
बस इंतजार रख ए जिंदगी।
झुक कर सलाम करेगी यह दुनिया पर
तू भी तो सीख, करना किसी से बंदगी।
वक़्त की धुंध में छुप जाते हैं ताल्लुक,
बहुत दिनों तक किसी की आँख से ओझल न रहिये ।
बुरे वक़्त में ही सबके असली रंग दिखते हैं,
दिन के उजाले में तो पानी भी चांदी लगता है ।
सच्चाई की जंग मे ,
कभी झूठे भी जीत जाते हैं
समय अपना अच्छा न हो तो ,
कभी अपने भी बिक जाते हैं ।
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