Happy Dussehra wishes, विजयदशमी शुभकामनाएं, Happy Vijayadashami Wishes, शुभ दशहरा, दशहरा पर बधाई सन्देश
Happy Dussehra wishes
अधर्म पर धर्म की जीत,
अन्याय पर न्याय की विजय,
बुराई पर अच्छाई की जय जयकार
यही है दशहरे का त्यौहार,
दशहरा विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
दशहरा का यह पावन त्यौहार
जीवन में लाए खुशियाँ अपार
श्रीराम जी करें आपके घर
सुख की बरसात
शुभकामना हमारी आप करें स्वीकार ।
Happy Dussehra
दशहरा के इस दिन से अनन्त शत्रुओं और
नकारात्मक ऊर्जा पर विजय प्राप्त करके
अपने जीवन का एक नया अध्याय शुरू करें।
आपको दशहरा की शुभकामनाएं ।
Happy Dussehra
Happy Dussehra Wishes
सही मायने में वो ही दशहरा मनाएंगे
भीतर के रावण को जो, आग खुद लगाएंगे
दशहरा की बधाई ।
दशहरा एक उम्मीद जगाता है,
बुराई के अंत की याद दिलाता है
जो चलता है, सच्चाई और अच्छाई के रास्ते पर
वो विजय का प्रतीक बन जाता है ।
Happy Dussehra
त्याग दी सब ख्वाहिशें
कुछ अलग करने के लिए,
राम ने खोया बहुत कुछ
श्रीराम बनने के लिए ।
विजयादशमी पर बधाई ।
Happy Dussehra Wishes
आज आरंभ समय है, सुखों का
हो अंत आपके सारे दुखों का
हो जाए खात्मा सारी बुराई का
आने वाला वक्त हो सारी अच्छाई का ।
Happy Dussehra
दहन पुतलों का ही नहीं,
बुरे विचारों का भी करना होगा
श्रीराम का करके स्मरण
हर रावण से लड़ना होगा ।
Happy Dussehra
आदमी ही आदमी को छल रहा है,
ये क्रम आज से नही बरसों से चल रहा है ।
रोज चौराहे पर होता है “सीताहरण”
जबकि मुद्दतों से ‘रावण’ जल रहा है ।
इस दशहरे हर मनुष्य
बस एक नेक काम करे,
अंतर्मन में पनप रही
हर बुराई का सर्वनाश करे।
इसी कामना के साथ आपको
दशहरे की शुभकामना ।
Happy Dussehra Wishes – विजयदशमी शुभकामनाएं
जन-जन के भगवान राम की नजर से दशहरे का मतलब देखें तो-
अधर्म पर धर्म की विजय
असत्य पर सत्य की विजय
बुराई पर अच्छाई की विजय
पाप पर पुण्य की विजय
अत्याचार पर सदाचार की विजय
क्रोध पर दया, क्षमा की विजय और
अज्ञान पर ज्ञान की विजय ।
रावण को ज्ञान का अभिमान था और
प्रभु श्रीराम को अभिमान का ज्ञान था ।
Happy Dussehra
बुराई कितनी भी बलवान हो पर जीत नही सकती।
अच्छाई चाहे कितनी ही परेशान हो पर
हार नहीं सकती।।
सनातन सत्य के इसी प्रतीक विजयदशमी की आपको बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं।
दशहरा का तात्पर्य, सदा सत्य की जीत।
गढ़ टूटेगा झूठ का, करें सत्य से प्रीत॥
सच्चाई की राह पर, लाख बिछे हों शूल।
बिना रुके चलते रहें, शूल बनेंगे फूल॥
क्रोध, कपट, कटुता, कलह, चुगली, अत्याचार
दगा, द्वेष, अन्याय, छल, रावण का परिवार॥
राम चिरंतन चेतना, राम सनातन सत्य।
रावण वैर-विकार है, रावण है दुष्कृत्य॥
वर्तमान का दशानन, यानी भ्रम भंडार।
दशहरा पर करें, हम इसका संहार॥
दशहरे की शुभकामनाएं ।