उम्मीद शायरी, अनमोल वचन, सुविचार
उम्मीद ऐसी हो जो मंजिल तक ले जाये,
मंजिल ऐसी हो जो जीना सिखलाये,
जीना ऐसा हो जो रिश्तों की कदर करे,
रिश्ते ऐसे हों जो याद करने को मजबूर करें।
उम्मीद वक्त का सबसे बड़ा सहारा है
गर हौसला हो तो हर मौज में किनारा है
रात तो वक्त की पाबंद है, ढल जायेगी
देखना ये है कि चिरागों का सफर कितना है ।
उम्मीद की कश्ती को डुबाया नहीं करते
साहिल अगर दूर हो तो रोया नहीं करते
जो रखते हैं दिल में हौसला,
वो जिन्दगी में कुछ खोया नहीं करते ।
कच्ची मिट्टी का बना होता है
उम्मीदों का घर,
ढह जाता है
हकीकत की बरसात में अक्सर ।
करीब इतना रहो कि रिश्तों में प्यार रहे;
दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे;
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी;
कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरक़रार रहें।
उम्मीद शायरी और पढ़ें – हौसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे
कटी हुई टहनियॉं
कहॉं पर छॉंव देती हैं
हद से ज्यादा उम्मीदें
हमेशा घाव ही देती हैं ।
न रख उम्मीद-ए-वफ़ा
किसी परिंदे से,
जब पर निकल आते हैं तो
अपने भी आशियाना भूल जाते हैं ।
नज़र में शोखि़याँ लब पर मुहब्बत का तराना है
मेरी उम्मीद की जद में अभी सारा जमाना है ।
उम्मीद न रखना किसी से सच्चे प्यार की
बहुत प्यार से धोखा देते हैं
शिद्दत से चाहने वाले ।
उम्मीदों की आग जब हद से ज्यादा हो,
बुझती है, सिर्फ अश्कों की बारिश से ।
उम्मीद का लिबास तार-तार ही सही पर सी लेना चाहिए,
कौन जाने कब किस्मत माँग ले इसको सर छुपाने के लिए ।
उम्मीदें तैरती रहती हैं, कश्तियॉं डूब जाती हैं
कुछ घर सलामत रहते हैं, आँधियाँ जब भी आती हैं,
बचा ले जो हर तूफां से, उसे “आस” कहते हैं
बड़ा मज़बूत है ये धागा, जिसे “विश्वास” कहते है।
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?????? इतने सुंदर शब्द, यह जीवन के रास्ते को और अधिक सुंदर, मीठे शब्द बनाता है, जय जय श्री राधे श्याम????
धन्यवाद