ईश्वर पर स्टेटस, ईश्वर आराधना पर स्टेटस
मैं हर बार आजमाता हूँ कि
ईश्वर है कि नहीं पर
उसने एक बार भी सबूत नहीं माँगा कि
मैं इन्सान हूँ कि नहीं।
हे ईश्वर ! शिकायत रोज करता हूँ कि
तू मेरे साथ रहे पर
खुद को तेरे काबिल बनाना
रोज भूल जाता हूँ।
तू करता वही है, जो तू चाहता है।
होता वही है, जो मैं चाहता हूँ।
तू वही कर, जो मैं चाहता हूँ।
फिर होगा वही, जो तू चाहता है।
“ईश्वर” से शिकायत क्यों है ?
ईश्वर ने पेट भरने की जिम्मेदारी ली है,
पेटियां भरने की नहीं ।
ईश्वर पर स्टेटस, ईश्वर आराधना पर सुन्दर विचार
नहीं चाहता किसी का खास बनना ।
तेरा बनके रह जाऊँ, इतना ही काफी है ।
प्रेम गाँधारी बना देता है और भक्ति संजय ।
मनुष्य के समक्ष अप्रकट रहना चुना ईश्वर ने
क्योंकि, संयोग की शक्ति से उच्च है वियोग की भक्ति ।
मैंने पूछा अपने प्रभु से,
आप क्यों मेरी प्रार्थना तत्काल नहीं सुनते ?
प्रभु ने मुस्कुरा कर कहा
मैं तो तेरे अपराधों की सजा भी
तत्काल नहीं देता ।
जो कुछ है तेरे दिल में, सब उसको ख़बर है,
बन्दे तेरे हर हाल पर भगवान शिव की नज़र है ।
शायद मेरे पास सब कुछ नहीं पर
ईश्वर ने मुझे वो सब दिया है,
जिसकी मुझे जरुरत है।
मैं इसके लिए ईश्वर का आभारी हूँ।
तुम्हारे साथ चलते-चलते ये जाना मैंने
जीवन इतना भी कठिन नहीं है, ईश्वर ।
प्रभु ने हमें बिना परेशानी के दिन का,
बिना दुख के हँसी का,
बिना बर्षा के धूप का वादा नहीं किया था
प्रभु ने वादा किया था दिन के लिए उर्जा को,
दुख के बीच सुकून का और अँधेरे के बीच रोशनी का
और वे अपना वादा निभा रहे हैं ।