सफलता के सूत्र, सफलता के मंत्र, सफलता के अनमोल विचार, सफलता के मूल मंत्र
सफलता का चिराग परिश्रम से जलता है ।
कामयाब लोग अपने फैसले से दुनिया बदल देते है और
नाकामयाब लोग दुनिया के डर से अपने फैसले बदल लेते है ।
लगातार हो रही सफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए
क्योंकि कभी कभी गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल देती है ।
सफल व्यक्ति लोगों को सफल होते देखना चाहते है,
जबकि असफल व्यक्ति लोगों को असफल होते देखना चाहते है ।
कामयाब होने के लिए अकेले ही आगे बढ़ना पड़ता है,
लोग तो पीछे तब आते है जब हम कामयाब होने लगते है ।
आप में शुरू करने की हिम्मत है तो,
आप में सफल होने के लिए भी हिम्मत है ।
जीवन में वो ही व्यक्ति असफल होते है,
जो सोचते है पर करते नहीं ।
सफलता का आधार है
सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास ।
सफलता के अनमोल विचार
खुशी के लिए काम करोगे तो ख़ुशी नहीं मिलेगी,
लेकिन खुश होकर काम करोगे तो
ख़ुशी और सफलता दोनों ही मिलेगी ।
चाहे हजार बार नाकामयाबी हो,
कड़ी मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ लगे रहोगे तो
अवश्य सफलता तुम्हारी है ।
सफलता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और
इसे पाने के लिए ही हमारा जन्म हुआ है ।
पसीने की स्याही से जो लिखते है अपने इरादों को,
उनके मुक़द्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते ।
सफलता तो आप द्वारा सोचे गए विचार का अंतिम परिणाम है ।
बार बार विफलता मिले तो निराश मत हो,
महान वैज्ञानिक एडीसन सफल होने से पहले 10,000 बार विफल हुये थे ।
प्रत्येक विफलता में लाभों के बीज होते हैं ।
हमेशा लक्ष्य के साथ रहने वाले लोग सफल होते हैं, क्योंकि
उन्हें पता होता है कि वे कहाँ जाना चाहते हैं ।
असफलता केवल यह सिद्ध करती है कि
सफलता का प्रयत्न पूरे मन से नहीं हुआ ।
अगर आप असफल होंगे तो शायद आप निराश ही होगें लेकिन
आप कोशिश ही नहीं करेंगे तो आप गुनहगार होंगे ।
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