निराशा पर सुविचार – निराशा के बादल गहराएँ तो याद रखें ये 10 बातें –
1. वक्त सारे घाव भर देता है।
2. मौके हर जगह हैं।
3. दुनिया में अच्छे लोगों की कमी नहीं है जो आपकी मदद कर सकते हैं और आपको प्रेरित कर सकते हैं।
4. जो पसंद नहीं है यदि उसको बदल सकते हैं तो बदल दें अन्यथा उस पर ध्यान देना छोड़ दें ।
5. कुछ भी उतना बुरा नहीं है जितना कि दिखता है।
6. जीवन सुलझा होता है इसे उलझाएँ नहीं।
7. असफलताएँ और गलतियाँ आशीर्वाद और वरदान हैं।
8. जाने दो यारों वाला ऐटिट्यूड अपनायें, आप हमेशा प्रसन्न रहेंगे।
9. ये पूरी सृष्टि हमेशा आपके पक्ष में काम करती है न कि विरोध में।
10. हर अगला दिन आपके लिए नयी उम्मीदों का भण्डार लेकर आता है।
आत्मविश्वास को कमजोर न पड़ने दें –
हमारे जीवन में अक्सर ऐसे मौके आते हैं, जब हम बेहद निराश और उदास होते हैं। निराशा की मन:स्थिति में अपने आत्मविश्वास को कमजोर न पड़ने दे । ऐसे मौके पर हमें खुद को अपने परिवेश की अच्छी चीजों की याद दिलानी पड़ती है। ऐसा करने से नकारात्मक चीजें अपने आप विलुप्त हो जाती हैं क्योंकि संसार में केवल प्रकाश का अस्तित्व है, अंधेरा तो प्रकाश की अनुपस्थिति है । इसी तरह गर्मी (heat) का ही अस्तित्व है, शीत (cold) वास्तव में गर्मी की अनुपस्थिति है । हमें Light और Heat के बारे में ही पढ़ाया जाता है, हमारे पाठ्यक्रम में शीत और अंधकार का कोई चेप्टर नहीं होता है ।
सकारात्मक रहें –
“सकारात्मक सोचना या न सोचना हमारे मन के नियंत्रण में है
और हमारा मन हमारे नियन्त्रण में है ।
अगर हम अपने मन से नियंत्रण हटा लेंगे तो
मन अपनी मर्जी करेगा और हमें पता भी नहीं चलेगा कि
कब हमारे मन में नकारात्मक पेड़ उग गए हैं ।”
जरुरत पड़े तो दूसरों से सलाह भी लें ।
कभी – कभी दूसरों की सलाह भी निराशा दूर करने में मददगार साबित होती है ।
प्रकृति के कुछ नियम
प्रकृति के कुछ नियम हैं, जिन्हें आपको ध्यान रखना चाहिए
पहला नियम – यदि खेत में बीज न डाले जाएँ तो
कुदरत उसे घास-फूस से भर देती है।
उसी तरह से यदि दिमाग में सकारात्मक विचार न भरे जाएँ तो
नकारात्मक विचार अपनी जगह बना ही लेते हैं।
दूसरा नियम है कि जिसके पास जो होता है वह वही बाँटता है।
“सुखी” सुख बाँटता है,
“दुखी” दुख बाँटता है,
“ज्ञानी” ज्ञान बाँटता है,”
“भ्रमित भ्रम बाँटता है”
और….
“भयभीत” भय बाँटता है।
जो खुद डरा हुआ है वह औरों को डराता है ।
दबा हुआ दबाता है,
चमका हुआ चमकाता है।
आशावादी हर आपत्तियों में भी
अवसर देखता है और निराशावादी बहाने ।
इसलिए नकारात्मक लोगों से दूरी बनाकर
खुद को नकारात्मकता से दूर रखें ।
आप, जो कर सकते हैं –
आप में शुरू करने की
हिम्मत है तो,
आप में सफल होने के लिए भी हिम्मत है ।
अगर आप असफल होगें तो शायद आप निराश ही होगें लेकिन
आप कोशिश ही नहीं करोगे तो आप गुनहगार होंगे ।
एक निराशावादी वह व्यक्ति होता है जो
अपने अवसरों की कठिनाइयों को बनाता है और
आशावादी वह है जो अपनी कठिनाइयों का अवसर बनाता है।
बार बार विफलता मिले तो निराश मत हो,
महान वैज्ञानिक एडीसन सफल होने से पहले 10,000 बार विफल हुये थे ।
आप, जलती हुई मोमबत्ती को उल्टा करते हो,
तब भी उसकी लौ हमेशा उपर की तरफ जाती है।
जीवन में भी, इतनी सारी घटनायें घटेंगी,
जहाँ आपका उत्साह, जोश, नीचे दब जाएगा।
उस समय याद रखना ‘मैं मोमबत्ती की तरह हूँ’
और मैं इस परिस्थिति से बाहर आ जाऊँगा।
मेरे उत्साह को, जोश को, कुछ भी रोक नहीं सकता।
जब भी निराशा महसूस हो तो अच्छी किताबें पढ़ें ।
बदलाव लाने के लिए स्वयं को बदलें ।
घड़ी सुधारने वाले मिल जाते हैं
लेकिन समय खुद सुधारना पड़ता है ।
निराशा पर सुविचार और पढ़ें –
very nice vichars