जिंदगी के सबक शायरी, ज़िंदगी की सीख पर स्टेटस
जिन्दगी जख्मों से भरी है,
वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है मौत के हाथों एक दिन,
फिलहाल जिन्दगी जीना सीख लो..!!
ज़िंदगी में लोगों से एक ही सबक मिला है,
जिनको हम जितना खास करते गए
उनके लिए हम उतने ही आम होते गए ।
ज़िंदगी के मँहगे सबक,
चंद सस्ते लोग सिखा जाते हैं ।
भूखा पेट, खाली जेब और झूठा प्रेम
इंसान को बहुत कुछ सिखा जाता है ।
वो किताबों में दर्ज था ही नहीं,
जो सबक सिखाया जिंदगी ने।
सीखा जाता है हर हुनर किसी न किसी उस्ताद से,
मगर जिन्दगी के सबक तो जमाने की ठोकरें ही देती हैं ।
मशरूफ रहने का अंदाज़
आपको तन्हा न कर दे
रिश्ते फुरसत के नहीं
तव्वजो के मोहताज होते हैं ।
जिंदगी के सबक शायरी
ज़िंदगी के हाथ नहीं होते,
लेकिन कभी-कभी वो,
ऐसा थप्पड़ मारती है,
जो पूरी उम्र याद रहता है ।
जिंदगी में सभी लोग दोस्त या
रिश्तेदार बनकर नहीं आते,
कुछ लोग सबक बनकर भी आते हैं ।
न कर फ़िक्र कि जमाना क्या सोचेगा
जमाने को अपनी ही फिक्र से फुर्सत कहाँ।
टूटे थर्मस सा हुआ
अब अपनों का प्रेम
भीतर बिखरा कांच है
बाहर सुन्दर फ्रेम ।
ज़िंदगी की सीख पर स्टेटस
ज्यादा समझदार और मूर्ख में भी
एक समानता है
“दोनों किसी की नहीं सुनते” ।
उचित समय पर पिए गये
कड़वे घूँट
सदैव जीवन मीठा
कर दिया करते हैं ।
जिंदगी में कुछ जख्म ऐसे होते हैं
जो कभी नहीं भरते
बस इंसान उन्हें छिपाने का हुनर सीख जाता है ।
सच कहा है किसी ने
जितनी भीड़, बढ़ रही ज़माने में
लोग उतने ही, अकेले होते जा रहे हैं ।
कभी घर का हिस्सा हुआ करते थे पड़ोसी
आज घर में ही न जाने कितने पड़ोसी हैं ।
मैंने ज़िंदगी से पूछा कि
तू इतनी कठिन क्यों है?
जिंदगी ने हँस कर कहा कि,
दुनिया आसान चीजों की कद्र नहीं करती ।